दीन दयाल
PM Narendra Modi / UN
नई दिल्ली , 27 सितंबर। पीएम नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की मौजूदा प्रासंगिकता पर सवाल करते हुए वैश्विक निकाय में भारत की भागीदारी बढ़ाए जाने की पुरजोर वकालत की। श्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सभा की 75 वीं बैठक में संयुक्त राष्ट्र में सुधार प्रक्रिया में देरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहाकि कब तक वैश्विक संस्था में निर्णय लेने की भूमिका में भारत को अलग रखा जाएगा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इशारा यूएन में भारत की स्थाई सीट की तरफ था। श्री मोदी ने कहाकि 1945 की दुनिया से आज की दुनिया बिल्कुल अलग है। साथ ही उस समय विश्व कल्याण की भावना से जिस संस्था का गठन किया गया था वह भी उस समय के हिसाब थी। लेकिन आज हम बिल्कुल अलग दौर में है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहाकि समय बदल रहा है , ऐसे में हमें भी खुद को बदले की जरुरत है। यदि आज हम यदि नहीं बदले तो बदलाव लाने की ताकत कमजोर हो जाती है। उन्होंने जोरदार तरीके से कहाकि भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र की सुधार प्रक्रिया के पूरा होने का का लंबे समय से इंतजार कर रहें है। पीएम मोदी ने कहाकि भारतीय चिंतित है कि क्या यह प्रक्रिया अपनी तार्किक परिणति तक पहुँच पाएगी। साथ भारत की स्थाई सीट की भी जोरदार वकालत की। पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के बहाने यूएन पर सवाल करते हुए पूछा कि दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है ऐसे में संयुक्त राष्ट्र कहाँ है ? इसका रिस्पांस कहाँ है ?