अंतरराष्ट्रीय आर्थिक

चीन का व्यापार पर फोकस और सीमा पर राड़ बरक़रार , भारत -चीन की वार्ता 

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Indian Foreign Minister S Jaishankar / Chini Wang Yi / At Moscow

नई दिल्ली / मास्को , 12 सितंबर।  भारत – चीन सीमा विवाद को लेकर भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर ( Indian Foreign Minister S Jaishankar ) और चीनी समक्ष वांग यी 9 Chini Wang Yi ) ने गुरुवार को मास्को में मुलाकात की। दोनों तरफ से सीमा पर तनाव करने की जरुरत पर फोकस रहा। मुलाकात में 5 पॉइंट का रोड मैप भी तैयार किया गया , इसके साथ ही दोनों देशों की तरफ से अलर्ट रहने के भी संकेत मिले है।  भारत ने जहाँ सीमा पर सैन्य बल को पीछे हटाए जाने की बात की तो चीन तरफ से व्यापार पर फोकस रहा।  गौरतलब है भारत ने सीमा पर चीनी सैनिकों की तरफ से गुश्ताखी और सैन्य बल की नकारात्मक गतिविधियॉ के बाद कई कदम उठाए है जिससे चीन का व्यापार प्रभावित हो गया है और काफी बड़ा नुकसान चीन को रहा है। इसलिए चीन चाहता है भारत में पहले की भाँति व्यापार हो।

गुरुवार को दोनों देशो के विदेशमंत्रियों के बीच करीब 3 घंटे की वार्ता हुई। भारत के विदेशमंत्री श्री जयशंकर ने कहाकि चीन यदि ईमानदारी से सीमाविवाद का हल निकालना चाहता है तो फिर सीमा पर सैन्य बल का जमवाड़ा क्यों ? बताया जा रहा है कि इसका चीनी विदेशमंत्री के पास कोई जवाब नहीं था। बातचीत तो जरूर दोनों तरफ से हुई , मगर भरोसा मुलाकात में कम दिखा। भारत की तरफ से साफ कर दिया गया कि जब तक सीमा से सैन्य बल पीछे नहीं हटते, जब तक दोनों देशों के संबंध सामान्य नहीं होंगे। इसका सीधा असर व्यापार पर भी पड़ेगा। जबकि चीन बातचीत जारी रखने के पक्ष में रहा और व्यापार पहले की तरफ पटरी पर इसी बात पर उनका जोर रहा।

गौरतलब है कि  भारत लगातार चीन पर भरोसा करता रहा है मगर चीन की तरफ से सीमा पर लगतातार तनाव पैदा किया जा रहा है इसके बाद से ही भारत ने साफ संदेश चीन को दे दिया है कि सीमा पर अब किसी तरह की चीनी सैन्य कार्यवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।  भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर तरह से सक्षम है। जानकारों का कहना है कि गुरुवार को दोनों देशों के विदेशमंत्रियों की वार्ता का कोई नतीजे नहीं आने वाले। क्यों भारत की तरफ से सीमा विवाद को सुलझाना और सीमा पर तनाव कम करना पहली प्राथमिकता है जबकि चीन की तरफ से कोई ठोस वार्ता सामने नहीं आ रही है। चीन सिर्फ व्यापार को पूण : पटरी पर लाने की बात कर रहा है न कि सीमा पर से सैन्य ताकत को पीछे हटाने की।  इससे पहले भी मास्को में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की चीनी अधिकारियो से बातचीन हो चुकी है पर नतीजा कोई सामने नहीं आया है।

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