दीन दयाल
नई दिल्ली, 18 जून। Delhi Congress Party President Chaudhary Anil Kumar दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के लगभग 7 वर्षो के कार्यकाल में दिल्ली के लोगों की समस्याएं निरन्तर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल CM Arvind Kejriwal ने 2015 के घोषणा पत्र में 5 वर्षों में 8 लाख रोजगार देने का वायदा केवल लोगों को गुमराह करने के लिए किया था, जबकि देश सहित दिल्ली में बेरोजगारी की स्थिति पिछले 75 वर्षों में सबसे खराब है और दिल्ली में बेरोजगारी दर देश की औसत से 4 गुणा अधिक है। लेकिन भाजपा और आप पार्टी 75 साल की दुहाई देती हैं। चौ0 अनिल कुमार प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उनके साथ प्रदेश महिला अध्यक्ष अमृता धवन मौजूद थी।
संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यंमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली को नया शहर बनाने का दावा किया था और अपने सात वर्षों के शासन काल की उपलब्धियों में केजरीवाल ने बेरोजगारी, कोविड संक्रमण, कोविड मृत्यु दर, प्रदूषण, महिला उत्पीड़न में, शराब मुहैया कराने में, विज्ञापन पर खर्च करने में, झूठ बोलने पर और दिल्ली मंत्रियों और विधायकों को जेल जाने के मामले दिल्ली को नम्बर वन बना दिया है। उन्होंने कहा कि आज जहां देश में बेरोजगारी दर 11.4 प्रतिशत है वही दिल्ली में 45.6 प्रतिशत की बेरोजगारी दर है। जिससे साफ हो जाता है केजरीवाल के शासन में दिल्ली के लगभग आधे युवा बेरोजगार है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार रोजगार निदेशालय ने 2015 से अगस्त 2020 तक सिर्फ 440 बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी है, जबकि दिल्ली सरकार में 55,000 पद खाली है जो रोजगार निदेशालय के अनुसार 84 प्रतिशत पद खाली है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में रोजगार मुहैया कराने वाले रोजगार कार्यालय भी बंद होने की कगार पर है।
चौ0 अनिल कुमार ने मांग की कि अरविन्द केजरीवाल दिल्ली में बढ़ती बेरोजगारी दर के अनुपात को कम करने के लिए मनरेगा की तर्ज पर शहरी गारंटी रोजगार योजना कानून तत्काल बनाए ताकि प्रतिवर्ष अपनी शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात युवाओं को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि बेरोजगार शिक्षित युवाओं को रोजगार पूर्व आर्थिक सहायता देने के लिए उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। उन्हांने कहा कि केजरीवाल सरकार की अनदेखी के चलते दिल्ली में युवाओं का भविष्य अंधकार में पड़ रहा है और बढ़ती बेरोजगारी के कारण दिल्ली में अपराधिक मामले अधिक बड़ रहे है जिसके लिए सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार जिम्मेदार है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली देश में उन गिने चुने शहरों में है जहां एक भी मॉडल कैरियर सेंटर नही है जबकि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में मॉडल कैरियर सेंटर सहित दिल्ली स्किल मिशन के तहत 17 लाख युवाओं को ट्रेनिंग देने और व्यवसाय को विकसित करने के 1000 इनक्यूबेट सेंटर बनाने का वायदा किया था। चौ0 अनिल कुमार ने केजरीवाल से पूछा कि दिल्ली के युवाओं को रोजगार सृजन और ट्रेनिंग देने की योजनाओं का क्या हुआ। उन्होंने कहा कि केजरीवाल चुनाव जीतने के उद्देश्य से चुनावी वायदे केवल लोगों को गुमराह करने के लिए करते है, योजनाओं को लागू करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं करते। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अनुबंध पर काम करने वाले 4000 डॉक्टरों, 15000 नर्सो व पैरामेडिकल स्टाफ, 2000 गेस्ट टीचर, हजारों सफाई कर्मचारी व अन्य विभागों में चतुर्थ श्रेणी पर काम करने वाले लोगों को पक्का करने का भी केजरीवाल का चुनावी वादा था, क्योंकि उन्होंने अपने 3 शासन काल में एक भी अनुबंधित कर्मचारी का पक्का नही किया।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के कारण जहां एक ओर दिल्ली के युवाओं बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर केजरीवाल शराब पीने के लिए युवाओं की उम्र कम करके शराब मुहैया कराने के लिए प्रोत्साहित कर रहे है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कोविड महामारी में केजरीवाल सरकार बड़े-बड़े विज्ञापन देकर 27 जुलाई, 2020 को ऑनलाईन वेबसाईट लॉच करके रोजगार दिलाने का बात कही थी परंतु दिल्ली सरकार का ऑनलाईन पोर्टल पूरी तरह से विफल साबित हुआ और मात्र 3.6 प्रतिशत लोगों ने पोर्टल पर पंजीकरण किया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हजारों लोगों में पंजीकृत 9900 हाउस होल्ड में से सिर्फ 51 लोगों को ही जॉब ऑफर मिला, परंतु जॉब नही मिली।