

Dy CM Manish Sisodia Delhi Government
नई दिल्ली , 22 सितंबर। दिल्ली सरकार के पदाधिकारियों के लिए आज एडवांस डाटा एनालिसिस क्षमता विकास कार्यक्रम शुरू हुआ। इसका ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे पास डाटा की भरमार होती है। लेकिन असली चीज तो उसकी समझ है। उसके विश्लेषण, रखरखाव और प्रसंस्करण की पद्धति ऐसी होनी चाहिए, जो हमें भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में मदद करे।
श्री सिसोदिया ने कहा कि अगर आज हमें यह पता लगाना हो एक साल की उम्र के कितने बच्चे दिल्ली में हैं तो हम आकलन कर पाएंगे कि छह साल बाद हमें स्कूलों में पहली कक्षा के लिए कितने क्लासरूम की जरूरत होगी। अगर हम आकलन करें कि आज पहली कक्षा में कितने बच्चे हैं और 12 साल बाद हमें बारहवीं की कितनी सीटों की जरूरत होगी, तो उस अनुरूप यह एडवांस प्लानिंग भी संभव होगी कि कितने इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होगी। योजना विभाग के अधिकारियों को इसकी गहरी समझ जरूरी है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि हमारे सभी विभाग, मंत्री और अधिकारी के लिए जरूरी हर डाटा हमारे योजना विभाग के पास होनी चाहिए। हमारे योजना विभाग के पास ऐसी सक्षम टीम हो जो हमारी जरूरत के अनुसार क्लीन डाटा दो घंटे के भीतर उपलब्ध करा सके।
श्री सिसोदिया ने कहा कि अक्सर हम पॉलिसी फेल्योर की बात सुनते हैं। उसकी वजह यही होती है कि योजनाएं बनाते वक्त अधिकारियों को यह पता नहीं होता कि इसके लाभुक कितने लोग होंगे और कौन लोग होंगे। श्री सिसोदिया ने कहा कि एडवांस डाटा एनालिसिस का यही काम है जो इन चीजों पर स्पष्टता बनाने में मदद करे। श्री सिसोदिया ने कहा कि आप डाटा की जितनी अधिक गहराई में जाएंगे, आपको उतनी बेहतर योजना बनाने का अवसर मिलेगा।
श्री सिसोदिया ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद किन सेक्टरों की नौकरी में क्या बदलाव आया है, और किन सेक्टर में संभावना बढ़ी है, ऐसे डाटा भी काफी उपयोगी हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारे योजना विभाग को डाटा का एक्सपर्ट बनना होगा। सरकार के सभी विभाग को उनकी जरूरत के अनुसार क्लीन डाटा तत्काल उपलब्ध कराना आपकी बड़ी भूमिका है।
दिल्ली सरकार के योजना विभाग जुड़े 25 योजना और सांख्यिकी अधिकारियों के लिए यह क्षमता विकास कार्यक्रम एक सप्ताह चलेगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के सहयोग से यह प्रारंभ किया गया है। श्री सिसोदिया ने सभी प्रतिभागी अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और प्रशिक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से हमारे अधिकारियों को डाटा के सही उपयोग की दिशा मिलेगी।