Delhi Government
नई दिल्ली , 02 अक्टूबर। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली में प्रदूषण पैदा करने वाली सभी गतिविधियों के खिलाफ 5 अक्टूबर से चौतरफा महा अभियान शुरू करने जा रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल पर्यावरण विभाग, विकास विभाग, पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनडीएमसी, ट्रांसपोर्ट विभाग, ट्रैफिक पुलिस, डीडीए, डीएसआईडीसी और दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद इस महा अभियान की शुरूआत करेंगे। मुझे भरोसा है कि पिछली बार हमने 25 प्रतिशत प्रदूषण कम किया था और इस बार उससे ज्यादा प्रदूषण को कम करने में सफल होंगे।
उन्होंने बताया कि आज केंद्रीय पर्यावरण मंत्री की दिल्ली पंजाब, हरियाणा और यूपी के मंत्रियों के साथ संयुक्त बैठक हुई थी, जिसमें उन्होंने पराली के समाधान, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में चल रहे पाॅवर प्लांट और पुरानी तकनीक से चल रहे ईंट भट्ठों पर संबंधित राज्य सरकारों को कार्रवाई की अपील की है। श्री राय ने कहा कि दिल्ली में पराली को खाद में बदलने के लिए पूसा इंस्टीट्यूट की निगरानी में नजफगढ़ के कड़कड़ी नाहर गांव में सेंटर बनाया गया है। यहां 6 अक्टूबर से करीब 400 पतीलों में घोल तैयार करना शुरू करेंगे। ब्लाॅक स्तर पर कृषि विस्तार अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो इच्छुक किसानों से फार्म भरवाएंगे, जिसके बाद निशुल्क छिड़काव किया जाएगा।
श्री राय ने कहा कि प्रदूषण की समस्या को लेकर पिछले पांच साल के कार्यकाल में दिल्ली सरकार ने निरंतर काम किया, जिसके परिणाम स्वरूप दिल्ली में लगभग 25 प्रतिशत प्रदूषण स्तर को कम करने में हम कामयाब हुए थे, लेकिन वो काफी नहीं है। इसीलिए दोबारा सरकार बनने के बाद यह ऐलान किया था कि हमारे जो टॉप 10 प्राथमिकता वाले कार्य के क्षेत्र हैं, उसमें दिल्ली के अंदर प्रदूषण स्तर को कम करना, दिल्ली के लोगों को प्रदूषण की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए काम करना भी शामिल है, जिसके लिए हमने यह लक्ष्य रखा था कि अगले 5 साल में दिल्ली के अंदर दो करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। ग्रीन क्षेत्र और कवर क्षेत्र बढ़ाए जाएंगे, जिससे कि प्रदूषण के स्तर को कम करने में स्थाई समाधान की तरफ हम पढ़ सकें। इस कोरोना काल के दौरान भी हमने इस साल के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में अपना कदम बढ़ाया है और बड़े पैमाने पर दिल्ली के अंदर अलग-अलग एजेंसियों के साथ मिलकर के वृक्षारोपण का काम चल रहा है।