कुल मिलाकर वीएमसी के 52 छात्रों ने 99.9 पर्सेंटाइल या उससे अधिक अंक प्राप्त किए और 346 छात्रों ने 99 पर्सेंटाइल और उससे अधिक अंक प्राप्त किए। दो वर्षीय क्लासरूम कोर्स के दिव्यांशु अग्रवाल ने आईआईटी-जेईई में तीसरा स्थान हासिल किया जबकि लक्ष्य गुप्ता और तुषार सेठी क्रमशः ऑल इंडिया रैंक 9 और 10 पर आए। बिहार के टॉपर शुभम कुमार ने 99.99 पर्सेंटाइल के साथ आईआईटी/जेईई में 57 वीं रैंक हासिल की।
दिव्यांशु अग्रवाल – अखिल भारतीय रैंक 3 (स्कोर – 100 पर्सेंटाइल) (हरियाणा राज्य टॉपर)
लक्ष गुप्ता – अखिल भारतीय रैंक 9 (स्कोर – 100 पर्सेंटाइल) (दिल्ली टॉपर)
तुषार सेठी- ऑल इंडिया रैंक 10 (स्कोर – 100 पर्सेंटाइल) (दिल्ली टॉपर)
पार्थ द्विवेदी – अखिल भारतीय रैंक 14 (स्कोर – 100 पर्सेंटाइल (राजस्थान राज्य टॉपर)
शुभ कुमार – ऑल इंडिया रैंक 57 (स्कोर – 99.99 पर्सेंटाइल ) (बिहार स्टेट टॉपर)
रूपक प्रियदर्शी – अखिल भारतीय रैंक 64 (स्कोर – 99.99 पर्सेंटाइल )
गौतम गोसाईं – अखिल भारतीय रैंक 72 (स्कोर – 99.99 पर्सेंटाइल)
आर्यन गुप्ता (जम्मू और कश्मीर राज्य टॉपर)
सर्वश्रेष्ठ शिक्षण परिणामों के लिए वीएमसी की शिक्षा पद्धति से इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा दोनों के उम्मीदवारों के लिए उच्चतम चयन दर हासिल करने में मदद मिलती है।
इस अवसर पर विद्यामंदिर क्लासेस के सह-संस्थापक श्री बृजमोहन ने संस्थान के सभी छात्रों को खास कर 3 टॉपरों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, “इन परिणामों के पीछे छात्रों के प्रयास और अनुभवी फैकल्टी के कौशल, ऑनलाइन परीक्षा जैसी सुविधाएँ, सक्षम और व्यापक अध्ययन सामग्री, खुद संस्थापकों द्वारा बच्चों के निजी प्रश्नों का समाधान, सलाह और व्यक्तिगत ध्यान, छात्रों की नियमित निगरानी, उनके प्रदर्शन पर सही फीडबैक की अहम भूमिका रही है। ये विद्यामंदिर क्लासेस के बुनियादी आधार हैं। सभी कोर्स समय की कसौटी पर खरे उतरते हैं और बेमिसाल हैं। हम ने पिछले 34 वर्षों में लगातार बेहतरीन आईआईटीजेईई परिणाम दिए हैं। ”
“हम जेईई एडवांस में भी हमारे छात्रों के बेहद सफल परिणाम को लेकर आश्वस्त हैं। 27 सितंबर को जेईई एडवांस के लिए वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें इसमें छात्रों को हर संभव सहयोग देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। अंत के ये कुछ दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं। हमारे सभी छात्र, शिक्षक और सहायक कर्मचारी बधाई के हक़दार हैं। सभी ने बहुत मेहनत की है और अपने लक्ष्य की ओर लगतार बढ़ रहे हंै। हमारे छात्रों के सपने हमारे सपने हैं और उन्हें जीवन में सफल होता देख हमें बहुत खुशी होती है।”
“मैं 9 वीं कक्षा में था जब विद्यामंदिर क्लासेस में शामिल हुआ और उन्होंने मुझे पढ़ने, सबसे अच्छी स्टडी मटीरियल चुनने की राह दिखाई और पूरे 4 वर्ष मेरा उत्साह बनाए रखा। मैं अपने शिक्षकों, मेंटरों, परिवार के लोगों और दोस्तों को मेरी सफलता का श्रेय देता हूं जिन्होंने मेरे बेहतर प्रदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,’’ तुषार सेठी (ऑल इंडिया रैंक 10 और दिल्ली राज्य टॉपर) ने कहा।
एक अन्य टॉपर लक्ष्य गुप्ता (एआईआर 9 और दिल्ली राज्य टॉपर) ने बताया, “मेरा सपना देश का गौरव बढ़ाना है और मैं देश के सबसे अच्छे कॉलेज में जाना चाहता हूं। मैं ने जेईई के लिए प्रतिदिन 5-6 घंटे पढ़ाई की। कक्षा 11 में वीएमसी के रेगुलर क्लासरूम प्रोग्राम में शामिल हो गया और इसके बाद वीएमसी के मार्गदर्शन में तैयारी की।’’
छात्र जो जेईई मेन में सफल रहे हैं हम उनको सही रास्ते पर रखने, उनका संशय दूर करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। हमारे स्टाफ यह भी सुनिश्चित करते हैं कि वे आत्मविश्वास और उत्साहित से भरपूर रहंे। शिक्षक छात्रों को परीक्षा के लिए रणनीतिक अध्ययन करने और उच्च अंक हासिल करने की सटीक सलाह देते हैं। छात्रों को अधिक से अधिक मॉक टेस्ट के लिए प्रेरित करते हैं और प्रैक्टिस सेशन से आत्मविश्वास बढ़ाने को कहते हैं।
विद्यामंदिर क्लासेज़ का परिचय
आईआईटी-जेईई और देश के अन्य इंजीनियरिंग काॅलेजों की प्रवेश परीक्षा की तैयारी का प्रतीक है विद्यामंदिर क्लासेज़ (वीएमसी)। लाखों माता-पिता इस नाम पर भरोसा करते हैं और इसने इंजीनियरिंग के लाखों उम्मीदवारों के सपने पूरे किए। वीएमएस उम्मीदवारों के सपनों को अपना सपना मानता है और उनके साथ मिल कर सपनों को सच करता है।
वीएमसी मेडिकल के सभी उम्मीदवारों में वही धार पैदा करता है। जेईई के उम्मीदवारों के लिए वीएमसी का कार्य दर्शन मेडिकल के उम्मीदवारों के लिए भी लागू है। संस्थान का लक्ष्य उनका सपना पूरा करने और भविष्य में बेहतरीन डाॅक्टर बनने में मदद करना है।
वीएमसी ने मेडिकल के उम्मीदवारों की अवश्यकताओं का गहन शोध कर कोर्स तैयार किए। कोर्स की योजना और डिज़ाइन ऐसी है कि उम्मीदवारों के भविष्य संवारने में हमेशा सहायक हो।