नई दिल्ली , 26 अगस्त। सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग के बाद एक बार सोनिया गाँधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष तो बना दिया गया है मगर ऐसा लगता है पार्टी हाई कमान को ” लेटर बम ” की धमक सुनाने वाले में शामिल पार्टी वरिष्ठ कपिल सिब्बल ने बुधवार को एक ट्वीट कर अपने गुस्से को प्रकट किया है। आज के ट्वीट में सिब्बल ने विरोध और समर्थन की बात की है। फिलाल कपिल सिब्बल आर है या पार साफ नहीं है।
दीन दयाल
ट्वीट लिखा कि ” सिद्धांतों के लड़ते समय ……जीवन में , राजनीति में , अदलात में , समाजिक कार्यकर्ताओं के बीच या सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म पर ……. विपक्ष करने वाले तो मिल जाते है और …… समर्थन के लिए इंतजाम करना पड़ता है।
गौतलब है कि सीडब्लूसी की सोमवार की मीटिंग के बाद बेशक पार्टी में हाई कमान के विरोध को खत्म खो हो गया बताया जा रहा है लेकिन मीटिंग के भीतर जो कुछ हुआ उसके बाद विरोध का स्वर थमते नहीं दिख रहे है। मंगलवार को सिब्बल ने ट्वीट किया था कि ” पद और देश की अहमियत की बात की थी , उन्होंने कहाकि यह किसी पद के बारे में नहीं, यह मेरे देश के बारे में जो सबसे अहम् है।
गौरतलब है कि “लेटर बम ” यानि कि पत्र लिखने वालो में कपिल सिब्बल का नाम भी शामिल है। इसके बाद ही सोनिया गाँधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेश काश की थी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के प्रति अपनी ईमानदारी भी गिनाई साथ यह भी कहाकि उस कोई सवाल नहीं उठा सकता। उन पर भाजपा से सांठ – गांठ की बात कही जा रही। वह पिछले 30 साल से पार्टी में है पूरी ईमानदारी से। फिर निष्ठां पर शक क्यों ? राहुल गाँधी ने इस तरह के आरोप लेटर लिखने वालों पर लगाए थे। इसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी में अलग – अलग नेताओं के स्वर तल्ख हो गए है।
फिलाल सोनिया गाँधी अगले पार्टी अध्यक्ष बनने तक पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। लेकिन पार्टी में ऐसा माना जा रहा कि पार्टी का अगला अध्यक्ष चुने जाने तक यदाकदा
विरोश के स्वर उठते रहेंगे। इसके साथ इतना तो तय है पार्टी के नए अध्यक्ष के चयन को लेकर पार्टी में अंतर्विरोध तो शुरू हो गया है।